Menu
blogid : 13187 postid : 52

ज्ञान, विज्ञान, अद्वैत और द्वैत

Man ki laharen
Man ki laharen
  • 593 Posts
  • 120 Comments

अध्यात्मिक खोज में

समर्पित अवधानता

अस्तित्व के एकत्व में

रमती हुई, उसके साथ

एक हो जाती है.

इसी एकत्व को ज्ञान कहते है.

जब बुद्धि ऐसे ज्ञान से दूरी बनाते हुए

अवधानता को,

अस्तित्व के किसी अंश पर

केन्द्रित करती है, तो

बुद्धि की इस कृति को

विज्ञान की संज्ञा दी जाती है.

इसतरह, एकत्व में रमने से अद्वैत तो

ज्ञान से दूरी बनाने पर द्वैत उभरता है

-अरुण

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply